एक पहाड़ की ऊंची चोटी पर एक बाज रहता था। पहाड़ की तराई में बरगद के पेड़ पर एक कौआ अपना घोंसला बना कर रहता था। वह बड़ा चालाक और धूर्त था। उसकी कोशिश सदा यही रहती थी कि उसे बिना मेहनत किए खाने को मिल जाए। पेड़ के आस – पास खोह मे खरगोश […]source https://hindiswaraj.com/nakal-karna-bura-hai-panchtantra-ki-kahani-in-hindi/?utm_source=rss&utm_medium=rss&utm_campaign=nakal-karna-bura-hai-panchtantra-ki-kahani-in-hindi
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