अमूमन हिन्दी साहित्य का इतिहास अनगिनत होनहार शख्सियतों के हुनरों से खजाना है। लेकिन इसी कड़ी में एक नाम ऐसा भी है, जिसने अपनी कल्पना और कलम के समागम को साहित्य के पन्नों पर कुछ इस कदर उकेरा कि लोग उनकी कलम के कायल हो गए। दशकों बाद भी उनकी कहानियां हर बच्चे की जुबां […]source https://hindiswaraj.com/munshi-premch-biography-in-hindi/?utm_source=rss&utm_medium=rss&utm_campaign=munshi-premch-biography-in-hindi
No comments:
Post a Comment